"मुन्नी बदनाम हुई' और "शीला की जवानी' के बाद अब बारी है "मैं हूं ताजा मटन' की। सुनने में यह जरूर अजीब लग रहा हो लेकिन यह गाना हिट हो गया है। हिट इसलिए कि यह हटके है। हटके कुछ इस तरह से कि इसमें न सिर्फ आयटम गर्ल की जगह पर आयटम ब्वॉय है, बल्कि इसलिए भी चोली से क्लीवेज की बजाय हेयरी चेस्ट झांक रहा है। पिछले दिनों रिलीज फिल्म "लव का द एंड' का यह गाना कई मायनों में क्लासिक है। ताहा शाह ने घाघरे-चोली में इसमें ठुमके लगाकर डांस किया है। उनका इरादा शीलाओं और मुन्नियों के छक्के छुड़ाने का था और ट्रेड पंडितों की मानें तो वह इसमें सफल भी हुए हैं। उनकी सफलता की कहानी यंगस्टर्स भी कह रहे हैं, जो इस नये फुट टैपिंग नंबर पर डांस करते और गुनगुनाते थक नहीं रहे।
मटन सॉन्ग की कहानी भी कम लाजवाब नहीं। वाई फिल्म्स की योजना क्लाइमेक्स के लिए ऐसा गाना बनाने की थी, जिसमें हीरोइन विनर दिखे। इरादा घिसे-पिटे आयटम सॉन्ग की बजाय कुछ डिफरेंट करने का था। इसलिए कुछ ऐसा किया गया, जिसे रीइंवेंशन ऑफ आयटम सॉन्ग कहा जा सके। फिर आयटम सॉन्ग को क्लाइमेक्स न करके फिल्म के बीच में डाला गया। अब तक आयटम सॉन्ग को लड़के ही ज्यादा पसंद करते थे, यह गाना ऐसा है जिसे लड़कियां पसंद करेंगी और सीटी भी बजाएंगी, जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है। गाने पर लीड एक्टर ताहा शाह ने कमाल का डांस किया है।
फिल्ग के गाने की भी अजीब कहानी है। म्यूजिक डायरेक्टर राम संपत यूं ही कुछ बजा रहे थे, जो बतौर मजाक शुरू हुआ था। वह चाहते थे कि यह गाना रास्ते वाला टाइप का हो। जरूरत थी ठर्की संगीत की तरह ठर्की गीत की भी। काम आए अमिताभ भट्टाचार्य। कुछ ऐसी लाइनें चाहिए थीं, जो उर्दू में कव्वाल स्टाइल की हों। लेकिन बाद में उन्होंने कैरेक्टर को ध्यान में रखते हुए उर्दू को छोड़ केवल हिंदी और अंग्रेजी की लाइनों पर ध्यान दिया। फिर "मल्टीप्लेक्स में मैखाना' टाइप की लाइनें उन्होंने कमाल की लिखीं। आवाज भी कुछ ऐसी चाहिए थी, जिसमें कव्वाल टच के साथ फंकी इंग्लिश टच भी हो। कृष्णा बेउरा को साइन किया गया। कृष्णा ने इसमें कई बदलाव किए, कई तरह की आवाजें निकालीं, तब जाकर यह पूरा हो पाया। आवाज चाहे मल्लू वेटर की हो या चाइनीज मार्शल आर्टिस्ट की या फिर बकरे की, कृष्णा ने हर तरह की आवाज निकालकर इस गाने को एज दिया।
अब बारी थी ताहा के डांस की। कोरियोग्राफर आदिल शेख ने ताहा को बताया कि उसे मुन्नी और शीला से कंपिटिशन है। सबसे पहले जरूरत थी ताहा की स्टाइलिंग की। कई घाघरे-चोली ट्राई करने के बाद फाइनल लुक तय किया गया। क्लीवेज की बजाय यहां हेयरी चेस्ट शो करने की जरूरत थी। शुरुआत में तो ताहा को हिचक थी लेकिन धीरे-धीरे वह नॉर्मल होता चला गया। धीरे-धीरे वह उस कैरेक्टर में आ गया और उसने फंकी चेहरे बनाने शुरू कर दिए, सेट पर लोगों को चिढ़ाने लगा। वह मेथड एक्टर में बदलने लगा। कोरियोग्राफर आदिल शेख न इस आयटम नंबर को विनर बनाने के लिए पुराने डांर्स को लिया। "लैला मैं लैला' गाने में "कुल्लु कुल्लु' गाने वाले अफ्रीकन व्यक्ति बुलबुलजी को उन्होंने साइन किया। फिर बारी आई दीपकजी की, जो "होंठों पर ऐसी बात दबाकर चली आई' में वैजंतीमाला के साथ नाच रहे थे। चूंकि यह गीत पुराने आयटम गानों को ट्रिब्यूट की तरह था तो इनको इस गाने में लेना कम मजेदार नहीं रहा।
यह गाना तो पूरा रिकॉर्ड कर लिया गया था लेकिन इसके एक ही हिस्से को शूट करने की योजना बनी थी। एक बार शूटिंग हुई और सबने वीडियो देखा तो इतना पसंद आया कि उसी समय निर्णय लिया गया कि इसे पूरा शूट किया जाएगा। "मेरा जिस्म, मेरा बदन, मैं हूं ताजा मटन' को देखने वालों ने "मेंटल' करार दे दिया।
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