शनिवार, 21 मई 2011

क्या होगी कृष्णाबेन की हार


अधिकतर मामलों में अक्सर लड़की वाले समस्या का सामना करते हैं पर कृष्णाबेन के मामले में चीजें हमेशा अलग होती हैं। इलेश और भूमि की शादी कगार पर है पर कृष्णाबेन के सामने नई दुविधा जाती है, इस समय समस्या आर्थिक है। दादाजी को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है और पूरे परिवार के लिये चिंता का कारण है। दूसरी तरफ शांतु बा कृष्णाबेन से बहुत अपेक्षा रखती है कि वह कम से कम परिवार की प्रतिष्ठा के लिहाज से एक खर्चीले भोज का आयोजन करें। एक तरफ शादी के खर्चे की चिंता और दूसरी तरफ दादाजी के इलाज के लिये पैसे की आवश्यकता ने कृष्णाबेन को उलझन में डाल दिया हैं।
कृष्णाबेन, भूमि की दादी शांतू बा द्वारा पैसे की व्यवस्था होने की स्थिति में इलेश और भूमि की शादी तोड़ने की धमकी से मानसिक दबाव में जाती है। अपनी मां को शांतू बा के सामने गिड़गिड़ाते हुये देखने पर बच्चे परिवार की इज्जत बचाने के लिये किसी भी परिस्थिति में पैसे की व्यवस्था करने का निर्णय लेते हैं। क्या कृष्णाबेन अपने बेटे की शादी भूमि से करवाने के लिये, पैसे का इंतजाम करने में सफल हो पायेंगी। आने वाले सप्ताह में, धारावाहिक कृष्णाबेन खाखरावाला की कहानी में कहानी की पर्तों की खुलते हुये देखिये केवल सोनी एन्टरटेनमेंट टेलीविजन पर।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें