बुधवार, 15 जून 2011

सब टीवी का नया शो 'अम्माजी की गली'


सब टीवी दर्शकों के लिये 'अम्माजी की गली' नामक नये शो की शुरूआत करने जा रहा है। सब टीवी का यह नया शो परिवार के सभी सदस्यों का मनोरंजन करेगा। अम्माजी की गली की कहानी अमृतसर पर आधारित है। इस शो की कहानी उन परिवारों के इर्द गिर्द घूमती है जो इस भीड़ भरी गली में रहते हैं। इस गली में रहने वाले हर परिवार की अपनी भी अलग-अलग कहानी है मगर इन सबको जोड़ने वाली एक कड़ी हैं और वह हैं अम्माजी। इस शो के माध्यम से सब टीवी 1 मिलियन से अधिक आबादी वाले शहरों में अपनी स्थिति को और अधिक सुदृढ़ बनायेगा। इस शो में अम्माजी की भूमिका फरीदा जलाल निभा रही हैं और इसी शो के माध्यम से एक लंबे समय के अंतराल के बाद टेलीविजन पर रक्षंदा खान की वापसी हो रही है। 'अम्माजी की गली' का प्रसारण सब टीवी पर 20 जून से शाम 730 बजे सोमवार से शुक्रवार तक किया जायेगा।



इस नये शो के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुये मल्टी स्क्रीन के मुख्य परिचालन अधिकारी श्री एनपी सिंह ने कहा कि, ''सब टीवी ने अपने नये शो के माध्यम से इस नेटवर्क को काफी सशक्त बना दिया है और हमें पूरा विश्वास है कि इस वर्ष लॉन्च होने वाले नये शो से यह चैनल दर्शकों की संख्या और लोकप्रियता के लिहाज से काफी तेजी से आगे बढ़ेगा।''


इस अवसर पर टिप्पणी करते हुये सब टीवी के कार्यकारी वाइस प्रेसीडेंट एवं बिजनेस प्रमुख श्री अनुज कपूर ने कहा कि, ''अम्माजी की गली की कहानी अमृतसर जैसे छोटे शहर में स्थित है और यह हमारे द्वारा पेश किये जा रहे हल्के-फुल्के पारिवारिक शो की श्रृंखला की नई कड़ी है। इस शो के प्रमुख कलाकारों में फरीदा जलाल एवं रक्षंदा खान जैसे नामचीन कलाकारों के शामिल होने से अधिक से अधिक संख्या में दर्शक इस शो के प्रति आकर्षित होंगे।''


इस शो के विषय में चर्चा करते हुये अम्माजी उर्फ फरीदा जलाल ने कहा कि, ''मैं कुछ समय से टेलीविजन पर वापसी के विषय में गंभीरता से सोच रही थी और इसके लिये मुझे एक ऐसे शो और किरदार की आवश्यकता थी, जिसके साथ मैं न्याय कर सकूं। सब टीवी देखना मुझे अच्छा लगता है और अब तक मैंने जिन फिल्मों अथवा टेलीविजन शो में काम किया है, वे सभी के सभी पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले ही रहे हैं। जब मैं अम्माजी की गली के निर्देशक और निर्माता से मिली तब मुझे महसूस हुआ कि यह शो टेलीविजन पर वापस आने के लिये सबसे अच्छा शो है। अब मुझे इस बात का गर्व है कि मेरा निर्णय बिल्कुल सही था और इस शो के साथ जुड़कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।''


रक्षंदा खान ने कहा कि, ''परमिन्दर की भूमिका में मैं काफी रोमांचित महसूस कर रही हूं। पहली बार मैं किसी फेमिली कॉमेडी शो में अभिनय कर रही हूं। मेरे लिये सबसे खुशी की बात यह है कि इस शो में मैं फरीदा जी के साथ काम कर रही हूं और उनके साथ काम कर मुझे एक सुखद अनुभूति का अहसास हो रहा है।'' उन्होंने यह भी कहा कि, ''इस शो में मैं बिल्कुल एक नई भूमिका में दिखाई दूंगी। इस शो में मैं एक पंजाबी हाउसवाइफ और मां का किरदार निभा रही हूं, जिसे पतंग उड़ाना काफी अच्छा लगता है और वह साफ-सफाई पसंद है। उसे एक प्यारा सा बेटा भी है, जिसका नाम बच्चितर है।''


अम्माजी की गली के निर्माता कॉन्टिलो प्रोडक्शंस के अभिमन्यु सिंह तथा सह निर्माता एंग्री यंग मैन प्रोडक्शंस के दिव्यनिधि शर्मा तथा अपराजिता शर्मा हैं। अम्माजी की गली की पटकथा भी दिव्यनिधि शर्मा एवं अपराजिता शर्मा ने लिखी है। इससे पहले इस लेखकद्वय ने आलू चाट, जोकोमन जैसी फिल्में एवं टेलीविजन के लिये अनेक शो के लिये लेखन का कार्य किया है। इस शो के निर्देशक रवि भूषण हैं।



अम्माजी की गली की कहानी अमृतसर में स्थित है। इस शो की कहानी उन परिवारों के इर्द गिर्द घूमती है जो इस भीड़ भरी गली में रहते हैं। इस गली में रहने वाले हर परिवार की अपनी अलग-अलग कहानी भी है मगर इन सबके बीच एक कॉमन सूत्र है और वह हैं अम्माजी, जो उन्हें उनकी समस्याओं को सुलझाने में मदद करती हैं।



अम्माजी की गली की कहानी एंग्री यंग मैन प्रोडक्शंस लेखक निर्माता द्वय दिवि निधि शर्मा एवं अपराजिता शर्मा ने लिखी है। इससे पहले इस लेखकद्वय ने आलू चाट, जोकोमन जैसी फिल्में एवं टेलीविजन के लिये अनेक शो के लिये लेखन का कार्य किया है। इस शो का निर्माण कॉन्टिलो प्रोडक्शंस के अभिमन्यु सिंह ने किया है।


पात्र परिचय



अम्माजी (फरीदा जलाल) :
अम्माजी एक बहुत ही बुद्धिमान महिला हैं और गली की सबसे पुरानी सदस्य हैं। वह इस गली में रहने वाले सभी लोगों के विषय में अपने बच्चे की तरह जानती हैं। इस गली में रहने वाले सभी लोगों का दिल अम्माजी के लिये धड़कता है, हालांकि वे सभी इस बात को जानते हैं कि वह कभी भी उनकी भावनाओं का प्रति उत्तर नहीं दे सकती हैं, क्योंकि कुछ वर्ष पहले वह लकवाग्रस्त हो चुकी हैं। मगर इस कहानी में भी पेंच है। अम्माजी इस गली में रहने वाले लोगों के लिये भगवान के दूत की तरह हैं। वह इस कहानी की सूत्रधार भी हैं।


परमिन्दर कौर (रक्षंदा खान) :
एक खूबसूरत, नवयुवती, प्यारी सी पंजाबी घरेलू महिला है और वह बहुत ही ज्यादा सफाई पसंद है। वह एक शिक्षित महिला है। उसे पतंग उड़ाना बहुत अच्छा लगता है और आज भी जब वह अकेली होती है वह पतंग उड़ाती है। वह नहीं चाहती है कि उसका बेटा बाचित्तर को या किसी भी अन्य व्यक्ति को इसके विषय में पता चले।


सरदार सुरजीत सिंह (अबिर गोस्वामी) :
सुरजीत परमिन्दर का पति है। उसकी उम्र लगभग 35 वर्ष है और वह एक सरकारी कार्यालय में क्लर्क है। वह बुद्धिमान है और आंकड़ों के खेल में अव्वल है। कई बार वह लोगों को उनके नाम से नहीं बल्कि उनके फोन नंबर और उनकी गाड़ी के नंबर से पहचानता है। वह परमिन्दर को बहुत प्यार करता है और सफाई के प्रति उसकी दीवानगी को देखकर हत्प्रभ भी रहता है।


बचित्तर ( पारेख) :
बचित्तर परमिन्दर का 8 वर्ष का लड़का है। वह बहुत ही जिज्ञासु बच्चा है और अपने नि:श्छल प्रश्नों से अपनी मां को चौंकाता रहता है। उसे पतंग उड़ाना अच्छा लगता है मगर उसे यह नहीं मालूम है कि उसे यह गुण अपनी मां से मिला है। दोनों ही एक-दूसरे को बताये बिना पतंग उड़ाते रहते हैं और आपस में ही प्रतिस्पद्र्धा करते रहते हैं।


रोशनी (कनिका वर्मा) :
यह एक पढ़ी लिखी नवयुवती है और सात वर्ष पूर्व सुरिन्दर शर्मा के साथ इनकी शादी हुई थी। सुरिन्दर शर्मा के साथ उन्होंने अपने परिवार की इच्छा के विरूद्ध शादी की थी। पड़ोसियों की नजर में वह तिखी मिर्ची है और अधिकांश मामलों में पड़ोसी उससे दूर ही रहना चाहते हैं। उसके पास पौधों की एक भरी-पूरी नर्सरी है और वह उनके साथ बच्चों के समान व्यवहार करती है। यहां तक कि उसने पौधों के नाम भी दे रखे हैं।


सुरिन्दर शर्मा (इमरान खान)
सुरिन्दर को रोशनी से प्यार हो गया और उसने अपने परिवार की मर्जी के बगैर यह शादी की। वह इस बात को भली-भांति जानता है कि रोशनी का उसके अलावा इस दुनिया में दूसरा कोई नहीं है। यही वजह है कि वह हर संभव तरीके से उसे खुश रखना चाहता है। पौधों के प्रति उसके प्यार को वह समझता है और इसके जरिये वह अपने मातृत्व को संतुष्ट करना चाहती है, इसलिये वह कभी भी उसके रास्ते का रोड़ा नहीं बनता है। खराब वस्तुओं को ठीक करना उसे अच्छा लगता है। वह हमेशा ही उपकरणों को खोल दिया करता है मगर कभी भी उन्हें बंद नहीं करता है। रोशनी चुपचाप से पलम्बर और इलेक्ट्रिशियन को बुलाकर उन्हें ठीक करा देती है और सुरिन्दर यह समझता है कि उसने ही ठीक किया है।


शीतल (उपासना शुक्ला)
शीतल अपनी सास के साथ पड़ोस में रहती है। उसे प्यारी सी जुड़वां बेटी है और उसका पति कनाडा में काम करता है। शीतल हर चीज का सकारात्मक पहलू देखती है। परिस्थिति चाहे कितनी भी कठिन क्यों हो, शीतल के पास काई कोई समाधान अवश्य होता है। उसका कहना है 'हर चीज में गुड होता है जी'


कलावती (मंजू शर्मा)
कलावती, शीतल की सास है और हर समय वह शीतल की मदद के लिये तैयार रहती हैं। शीतल के साथ उसके संबंध बहुत ही अच्छे हैं। कलावती की लच्छेदार भाषा हर किसी की समझ में नहीं आती है। कलावती की बातों को जब कोई समझ नहीं पाता, तब शीतल की यह जिम्मेदारी होती है कि वह सामने वाले व्यक्ति को अपनी सास द्वारा कही गई बातों को समझाये।


जुड़वां बहनें (जिया एवं जेना)
कोई भी दो व्यक्ति एक जैसा नहीं होता, यहां तक की जुड़वां भी नहीं। देखने में बिल्कुल एक जैसी ये जुड़वां बहनें एक ही तरह के कपड़े पहनती हैं और एक ही तरह से बातें भी करती हैं। इस शो में दोनों बहने बहुत ही प्यारी बच्ची की भूमिका में दिखेंगी।


प्रियंका (प्रियल)
उसकी उम्र 20 वर्ष है और वह परमिन्दर की पड़ोस में रहती है। वह काफी कम उम्र में ही अपनी मां को खो चुकी है और तब से परमिन्दर ही उसकी मां जैसी है। अपने उम्र समूह की अन्य लड़कियों की तरह वह भी केयरलेस है और उसे बहुत कुछ सिखाने की आवश्यकता है। वह नि:श्छल स्वभाव की है और यही परमिन्दर की चिन्ता का सबसे बड़ा विषय है। प्रियंका के पिता अपने काम में ही व्यस्त रहते हैं और उन्हें दीन-दुनिया के विषय में कुछ भी नहीं मालूम होता है।


महत्वपूर्ण तथ्य :

अम्माजी की गली से फरीदा जलाल एवं रक्षंदा खान की टेलीविजन पर वापसी हो रही है

रक्षंदा खान पहली बार किसी कॉमेडी शो में काम कर रही हैं। इस शो में वह प्यारी परमिन्दर कौर की भूमिका में दिखाई देंगी।

कॉन्टिलो के अभिमन्यु सिंह एवं सब टीवी पहली बार अम्माजी की गली के लिये एकजुट हुये हैं।

आलू चाट के लेखक दिव्यनिधि शर्मा ने अम्माजी की गली को लिखा है और वह इसके सह निर्माता भी हैं।

अबीर गोस्वामी सुरजीत सिंह की भूमिका निभा रहे हैं और इस शो के लिये उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ाई है।

जिया एवं जिना वास्तविक जीवन में जुड़वां बहनें टीवी पर भी जुडवां बहन की भूमिका में दिखाई देंगी।

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