मंगलवार, 31 मई 2011

अम्माजी की गली में रक्षंदा खान


सब टीवी अपने नये शो अम्मा जी की गली को लॉन्च करने के लिये तैयार है। इस शो की कहानी अमृतसर की एक गली में रह रहे परिवारों की कहानी है। अम्माजी की गली का प्रसारण सब टीवी पर 20 जून से शाम 7़30 बजे प्रारंभ होगा। रक्षंदा खान एक लंबे समय के अंतराल के बाद सब टीवी के इस नये शो अम्माजी की गली में महत्वपूर्ण भूमिका में दिखाई देंगी। इस शो में वह एक खूबसूरत पंजाबी हाऊसवाईफ परमिन्दर कौर की भूमिका निभा रही हैं, जो कि सफाई पसंद है। यहां तक कि वह अपने पड़ोसियों का घर भी साफ कर देती है, जिससे अजीबो-गरीब स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अम्माजी की गली में दर्शक पहली बार रक्षंदा खान को किसी कॉमेडी शो में देखेंगे। अम्माजी की गली से सब टीवी पर दो प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों-फरीदा जलाल एवं रक्षंदा खान का पदार्पण हो रहा है। इस शो में इन दोनों अभिनेत्रियों के आ जाने से निश्चित रूप से अम्माजी की गली सभी उम्र वर्ग के दर्शकों का मनोरंजन कर पाने में सफल रहेगा।

सोमवार, 30 मई 2011

मिसेज बिंदेश्वरी कौशिक की प्रार्थना



सासों का जमाना खत्म नहीं होने वाला। बस, सासों के तौर-तरीके बदल गए हैं। कलर्स चैनल पर जहां अपरा मेहता अपने बेटे के लिए परफेक्ट बहू ढूंढने की तैयारी में है, जो उनकी माने। वहीं जी टीवी पर मिसेज कौशिक अपने छोटे व लाडले बेटे के लिए ऐसी बहू ढूंढ रही हैं, जो बिल्कुल भी झूठ न बोलती हो। इस धारावाहिक का नाम "मिसेज कौशिक की पांच बहुएं' है, जिसे रश्मि शर्मा टेलीफिल्म्स प्रोड्यूस कर रहा है। यह हल्का-फुल्का फैमिली ड्रामा है, ज्वाइंट मिडिल क्लास फैमिली, जिसमें अनुशासनप्रिय मां केंद्र में है। धारावाहिक का केंद्रपिंक सिटी जयपुर है। शो को विश्वसनीयता देने के लिए यूनिट ने जयपुर के प्रसिद्ध स्थान चोखी धानी, हवा महल, अजमेरी गेट, बापू बाजार, जोहरी बाजार में शूटिंग की और वहां के स्वादिष्ट फूड ज्वाइंट्स भी गए, ऊंट पर भी चढ़े।
आम भारतीय घरों में सबसे बड़ा पुरुष सदस्य ही परिवार को चलाता है लेकिन कौशिक के घर में मिसेज बिंदेश्वरी कौशिक ही सर्वेसर्वा हैं। इस रोल को विभा छिब्बर निभा रही हैं, जो इससे पहले धारावाहिक "बिदाई' के अलावा फिल्म "चक दे इंडिया' , "गजनी', "सांवरिया' और "विवाह' में महत्वपूर्ण रोल कर रही हूं। पुरानी फिल्म "खूबसूरत' के दीना पाठक के कैरेक्टर से प्रेरित वह भी कड़ी, अनुशासनप्रिय और मजबूत महिला हैं, जो नियम-कानून की किताब लेकर चलती हैं लेकिन यह सब केवल परिवार को साथ रखने के लिए ही है। मिसेज कौशिक को झूठ से सख्त नफरत है।
धारावाहिक की कहानी मिसेज कौशिक के अपने सबसे छोटे व पांचवें बेटे के लिए बहू ढंढने से शुरू होती है। उनके अनुसार, आइडियल बहू वही है, जिसमें अग्नि, जल, वायु, अंतरिक्ष और पृथ्वी का सम्मिश्रण हो। सवाल यह है कि क्या मिसेज बिंदेश्वरी कौशिक की प्रार्थना सुनी जाएगी? इस धारावाहिक में फिल्म और टीवी के अनुभवी कलाकार राजीव वर्मा मिस्टर कौशिक का किरदार निभा रहे हैं।

महारानी अमृता रायचंद


जैक ऑफ ऑल ट्रेड्स एंड मास्टर भी। आखिर उनका नाम अमृता रायचंद जो है। अमृता ने शुरुआत बतौर मॉडल की, फिर स्पोट्र्स जॉकी बनी और उसके बाद ट्रैवल शो एंकर, गेम शो होस्ट और फिर एक्टर। लिस्ट बड़ी लंबी है। इस खूबसूरत और हसीन चेहरे ने कई वॉशिंग मशीन, और इंवर्टर से लेकर कुकीज और कोला तक बेचा है। फिर टीवी शो भी किए, अब यह चेहरा जी टीवी के नये ऐतिहासिक ड्रामा "शोभा सोमनाथ की' में दिखने वाला है।
11वीं सदी के भरूच में सेट यह ड्रामा देश को गुजरात की उस लड़की से सामना कराने वाला है, जो मुगल सम्राट के सामने निडर आैर मजूबत होकर खड़ी रही। इस लड़की का नाम था शोभना। अमृता इसमें महारानी मायत्री का रोल अदा कर रही हैं, जो शोभना की आंटी हैं। यह शोभना की रोल मॉडल भी हैं, जो मां के तौर पर उसे बड़ा करती है। उसे नया जीवन देने और खूबसूरत जहीन युवती के तौर पर तैयार करने में महारानी गायत्री का ही हाथ रहता है।
अपने इस नये रोल के बारे में अमृता कहती हैं, "पहली दफा मैं पीरियड ड्रामा कर रही हूं। मैंने हमेशा अपने जीवन में कुछ नया करने का सोचा और किया। मैं खुद को अपने कंफर्ट जोन से बाहर ले जाकर खुद को ही चकित कर देना चाहती हूं। खुद को चैलेंज देना मुझे पसंद है। इस तरह के रोल करना बेहद मुश्किल है क्योंकि हाव-भाव से लेकर भाषा और उच्चारण तक को भी बदलना होता है, जबकि हम सब इससे बिल्कुल अलग दुनिया में जी रहे हैं। इस शो में हमारानी गायत्री केंद्र में है, जिसका राजकुमारी शोभना के साथ विशेष लगाव और खास जुड़ाव है। इस शो में अपने रोल को लेकर लोगों के रिएक्शन का मैं इंतजार कर रही हूं।
इंदिरा मीडिया और कैंडलस्टिक प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित "शोभा सोमनाथ की' में कई बड़े नाम दिखाई देने वाले हैं, जिनमें सदाशिव अमरापुरकर, पंकज धीर, गजेंद्र चौहान, अविनाश वधावन, यश टोंक के साथ बेबी अशनूर कौर और बेबी अहसास चन्ना भी दिखाई देंगे।

गुरुवार, 26 मई 2011

सलमान खान का स्वागत करने को रेडी तारक मेहता


गर्मी के इस मौसम में जब तापमान बढ़ रहा है, तब बॉलीवुड के चहेते कलाकार सलमान खान के सब टीवी के 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा" के सेट पर अचानक दौरे से गोकुलधाम के सदस्य आश्चर्यचकित रह जाते है। सलमान खान की गोकुलधाम सोसाइटी के सदस्यों से मिलने की खबर जंगल मे आग की तरह फैल जाती है। सोसाइटी के सभी सदस्यों के दिलों की धड़कन थम जाती है और वे बेसब्री से सलमान से मिलने का इंतजार करने लगते हैं।
सलमान खान के धमाकेदार आगमन से सोसाइटी के सभी सदस्य हत्प्रभ रह जाते हैं। उनके रोमांच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमेशा कुछ न कुछ बोलती रहने वाली दिशा वखानी उर्फ दया बेन के मुंह से आवाज तक नहीं निकल पाई और वह स्वयं को सलमान की 'आरती" उतारने से नहीं रोक पायी और उसके बाद उनको अपना विशेष गरबा भी दिखाया। सलमान ने भी एक अच्छे खिलाड़ी की तरह उनका साथ दिया और पूरी सोसाइटी के सदस्यों की अपनी बिना तैयारी किये हुये प्रदर्शन से आनंदित कर दिया।
टप्पू सेना और दूसरे लोनों ने सलमान खान पर सोसाइटी के सभी सदस्यों को अपनी आने वाली फिल्म के डांस स्टेप्स सिखाने पर जोर दिया। सलमान ने तुरंत ही उनको कुछेक डांस स्टेप्स सिखाये और अपनी पसंदीदा कलाकार, दया बेन को एक गाना समर्पित किया।
सलमान खान इस शो के प्रति अपने प्यार का इजहार करने से स्वयं को रोक नहीं पाये। सल्लू भाई इस शो के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और अवसर मिलने पर इस शो को जरुर देखते है। वह इस बात को भी पसंद करते है कि सोसाइटी के सभी सदस्य किस तरीके से एक साथ रहते हैं और खराब समय में भी एक दूसरे का सहयोग करते हैं। यह सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ जब सलमान खान ने कहा कि उन्हें दया बेन की संवाद अदायगी का तरीका बहुत पसंद है। दया बेन ने तुरंत ही अपने कुछ संवाद बोलने शुरु कर दिये। इसके बाद जो भी हुआ वह मनोरंजन की कभी न खत्म होने वाली खुराक थी।
रोमांच को बरकरार रखते हुये सलमान खान ने कहा कि, ''मुझे आज इस शो का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है, मैंने 'मैंने प्यार किया' के दिनों से दिलीप जोशी के साथ काम किया है और आज यहां उनसे दोबारी मिलकर काफी अच्छा लगा। मै विशेष रुप से दया भाभी से मिलने आया था और मैं सेट पर हर तरह की मस्ती के लिये पूरी तरह से तैयार था।
इस बात का उल्लेख करना आवश्यक नहीं है कि सोसाइटी के सभी सदस्यों को इस अकस्मात भेंट से भरपूर मनोरंजन की अनुभूति हुयी और उनके जाने के काफी देर बाद तक भी उसके साथ भेट से संबंधित बाते करने से अपने आप को रोक नहीं पाये।
प्रफुल्लित दिशा वखानी उर्फ दया बेन ने कहा कि, ''मुझे उनसे मिलकर बहुत आश्चर्य हुआ। अगर मुझे उनके आने की जानकारी होती तो मैंने कुछ स्वादिष्ट आम रस पूरी उनके लिये बनाई होती। मुझे विश्वास है कि वह उनको पसंद आती और यहां तक कि उन्होंने मेरे टप्पू को एक क्रिकेट किट भी उपहार स्वरूप दी। मैं बहुत खुश हूं कि मेरे टप्पू को वह मिल गया जिसका वह हमेशा सपना देखा करता था।
दिलीप जोशी उर्फ जेठा लाल को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था और उन्होंने कहा कि, ''हर कोई हमेशा अपने प्रणेताओं और सितारों से मिलने के ख्वाब देखता है। कोन उम्मीद करेगा कि सलमान खान जैसा नामचीन कलाकार इस सोसाइटी में आयेगा, वह भी आपको चकित करने के लिये। सच में यह एक अनोखा अनुभव था जिसे मैं जल्दी नहीं भूल पाउँगा।"

सोमवार, 23 मई 2011

बेहतरीन जोड़ी रेणुका-आशुतोष



उनकी मुस्कुराहट ऐसी है कि लोग घायल हो जाएं और उनकी हिंदी इतनी शुद्ध कि लोग अश्चर्य कर बैठें। इन दोनों ने फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बना ली है। और एक-दूसरे के दिल में भी। आइए जानते हैं रेणुका शहाणे और आशुतोष राणा के बारे में-

रेणुका : हम "जयति' नामक एक फिल्म के ट्रायल के मौके पर मिले थे। हालांकि यह फिल्म कभी थिएटर तक पहुंची ही नहीं। आशुतोष सिंगर राजेश्वरी सचदेव के साथ आए थे। उन्होंने मुझे आशुतोष से इंट्रोदयुस कराया था। मैंने "दुश्मन' नहीं देखी थी। लेकिन उन्होंने "हम आपके हैं कौन' और "सैलाब' देखी थी। उन्होंने कहा- हम आपके बड़े प्रशंसक हैं। शो के बाद उन्होंने मुझे पृथ्वी थिएटर तक छोड़ा था। उसके बाद महीनों तक हम कांटैक्ट में नहीं रहें। फिर निर्देशक रवि राय की दिवाली पार्टी में हम दोनों को जाना था। वह किसी कारणवश नहीं पाए। दूसरे दिन उन्होंने मुझे फोन किया और हम एक घंटे तक बातें करते रहें। उसके बाद के दिन तो अमेजिंग रहे। बिजी शेडयुल की वजह से हम फोन पर ही बातें करते रहें। फिर तीन महीने बाद 31 दिसंबर को मिलें। आशुतोष की एक्स्ट्रीम इंटेलिजेंसी मुझे अच्छी लगती है। वह थोड़े मिस्टीरियस हैं। उनकी यह क्वालिटी किसी और में नहीं। पढ़े-लिखे और सुलझे इंसान हैं।

आशुतोष : शांति, इंटेलिजेंसी, स्ट्रांग पर्सनालिटी और उनकी लाइवलीनेस ने मुझे आकर्षित किया। हमें एक-दूसरे से बातें करना पसंद है। कई मुद्दों पर हमारी अलग राय होती है लेकिन हम काम के बारे में कभी भी एक-दूसरे से डिस्कशन नहीं करते। हमारी लंबी बहस में कभी भी उनकी पहले की जिंदगी शामिल नहीं होती। उस जिंदगी को लेकर मुझे कोई समस्या ही नहीं रही।

रेणुका : दूसरी शादी करने से पहले मुझे कई तरह की इनसिक्योरिटीज थीं। लेकिन मैं अपनी पहली शादी को लेकर दुखी नहीं हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं, पहली शादी की वजह से ही हूं। शादी की योजनाओं को लेकर मेरे पापा ने कूल होकर रिएक्ट किया। मम्मी जरूर टेंशन में थीं, मेरी दूसरी शादी को लेकर नहीं, आशुतोष के फैमिली बैकग्राउंड को लेकर। मध्यप्रदेश के एक कस्बे में उनके परिवार में बारह लोग हैं।

आशुतोष : मैंने अपने घर में सबसे अंत में शादी की। मेरे परिवार वालों को रेणुका एक बार में पसंद गई। हां, हमारे बीच सांस्कृतिक अंतर तो हैं लेकिन रास्तों पर नहीं। हमने ढाई साल के कोर्टशिप के बाद शादी के बारे में सोचा।अंतत: मध्य प्रेश के दामोह में शादी करने का फैसला लिया।

रेणुका : हम दामोह पहुंचे तो वहां स्टेशन लोगों से भरा पड़ा था। ऐसा लग रहा था मानो कोई राजनीतिक रैली हो। रोड के दोनों ओर लोग खड़े थे। हम जीप में खड़े होकर लोगों की ओर हाथ हिला रहे थे। मेरी मम्मी नहीं पाई थी तो आशुतोष की बहन ने मेरा कन्यादान किया। यह देखकर पंडित बहुत आश्चर्य में थे। उनके लिए उनका परिवार पहले आता है। वह जड़ से जुड़े व्यक्ति हैं। शादी को अच्छा बनाए रखने के लिए वह बहुत कोशिश करते हैं। मेरे काम करने के निर्णय को हमेशा सपोर्ट करते हैं। सबसे बड़ी बात, वह स्मोकिंग या ड्रिंकिंग नहीं करते हैं।

आशुतोष : रेणुका में धैर्य कूट-कूटकर भरा है। वह मेरे ओकेजनल हाइपर एक्टिव बिहेवियर को समझती है और सपोर्ट करती है। बेहद ईमानदार और पॉजिटिव है।

रेणुका : वह मुझे लेकर बेहद पजेसिव हैं। इसके अलावा परफेक्ट हस्बैंड हैं। शादी में ईगो को आड़े नहीं आने देना चाहिए। हर लड़ाई को खत्म करना चाहिए। समस्या को ढूंढिए, डिस्कस कीजिए और सुलझाइए। लड़ाई के बाद सोइए मत।

आशुतोष : वह जैसी है, मैंने एक्सेप्ट किया है। चाहे उसकी निगेटिव क्वालिटीज ही क्यों हो। मैरिज इज नॉट बेड ऑफ रोजेज। इसे निभाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आपने यदि किसी को चुना है तो फिर चाहे जो भी हो, आपको उसके साथ रहना ही है।

रेणुका : हमारी शादी दोस्ती पर टिकी हुई है। मुझे लगता है ऐसा आज की शादी के बचे रहने के लिए जरूरी है। हमें साथ में समय बिताना पसंद है। फिल्में और नाटक देखना, थिएटर पर लंबी बहस करना, दोस्तों के साथ समय बिताना हम दोनों को अच्छा लगता है।

आशुतोष : मुझे बातें करना पसंद है और वह गुड लिसनर है। इसलिए भी हम साथ हैं। मेरे काम करने की क्षमता शादी के बाद बढ़ गई है। अब मैं जिंदगी को पॉजिटिव तरीके से जीता हूं। मेरा मानना है कि शादी चेंज नहीं बल्कि एक्सचेंज का मामला है।

रेणुका : पहली दफा मुझे लगा कि मैं शादी के बिना रह सकती हूं। लेकिन अब मैं खुश हूं कि मैंने शादी की। पहले से कहीं ज्यादा खुश हूं और भविष्य को लेकर पॉजिटिव भी। शादी ने मेरी जिंदगी बदलकर रख दी। आशुतोष बेहतरीन पापा हैं और अच्छे हस्बैंड भी। बिजी शेडयुल होने के बावजूद वह बेटों के साथ के लिए समय निकाल ही लेते हैं।

आशुतोष : मुझे पता है कि फादरहुड कठिन काम है। बावजूद इसके, मैं अपने बेटों का अच्छा पापा हूं और बीवी का अच्छा पति भी।