नारायणी शास्त्री टीवी पर लौट आयी हैं और इस मर्तबा इस बार वह ऐसी भूमिका में आयी है जिसके लिए कई एक्टर एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। जी टीवी के आने वाले प्राइमटाइम शो फिर सुबह होगी में वह ऐसे रूप में दिखाई देगी जिसे दर्शकों ने पहले कभी नहीं देखा होगा। इस शो में वह गुलबिया की दमदार भूमिका से वापस लौटी है। यह कहानी मध्य प्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र में रहने वाली आदिवासी प्रजाति बेडि़या के बारे में हैं। खुबसूरत राई नर्तकी गुलबिया अपने जमाने में क्षेत्र के ठाकुरों की सबसे ज्यादा पसंदीदा महिला थी। गुलाबिया के रूप में नारायणी को एक ओर सामाजिक मापदंडों मे जकड़ी महिला दिखाया गया है तो दूसरी तरफ वह यह चाहती है कि उसकी बेटी सारी परम्पराओं को तोड़ कर मुक्त हो जाए। नारायणी का मानना है कि वह काफी भाग्यशाली हैं, जो उसे काम्या पंजाबी और अंचित कोर के लिए सोची गई भूमिका के लिए उपयुक्त मानकर यह रोल दिया गया है।
वह कहती हैं, ‘‘जब पहली बार मैंने कहानी सुनी तो पता चला कि इसकी पृष्ठभूमि मे ही इतनी मजबूत पकड़ है कि वह गुलाबिया की भूमिका करने का अवसर पाते ही उछल पड़ी। यह कहानी अपने आप को परखने की स्थिति के बीच उम्मीद खोजने के बारे में है। इसमें परम्पराओं और रूढि़यों के नाम पर महिलाओं के शोषण और उसके द्वारा झेली जाने वाली समस्याओं का खुबसूरती से चित्रण किया गया है। जी टीवी ने इसे और भी खुबसूरत बना दिया है। इससे पहले जी टीवी के लिए पिया का घर और ममता करने के बाद फिर सुबह होगी में काम करना घर लौटने जैसा ही हैं।’’
फिर सुबह होगी मे नारायणी को नायिका की मां गुलबिया की भूमिका में देखा जा सकेगा। वह ऐसी मां है जिसे अपने बेटी के भविष्य की चिंता है। उसे कर्म के कानून पर विश्वास है जिसकी यह धारणा है कि आज की स्थिति के लिए पुराने कर्म ही जिम्मेदार होते है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें